
यहां पुलिस प्रशासन नशा मुक्त करने के की सोच रही वही थाने के आगे जंगल ढाबा में शराब पिलाया जा रहा है कोनी रोड में जंगल ढाबा फैमिली ढाबा बोल कर वह अपने कस्टमर को बाहर ओर चोरी चुप शराब पिलाया जा रहा है अगर ये ढाबा में भर शराब बाहर पिलाया जा रहा है

तो वहा शराब बिक भी रहा होगा और ना ही इनको किसी का डर है ना ही रोक टोक अगर शहर में नामची होटलों को बंद कराया जाता है तो ये आउटर रोड में ढाबा को टाइम में बंद क्यों नहीं कराया जा रहा है ये ढाबा 2 बजे रात तक खाना कम ओर शराब से जादा कमाए जा रहा है और यह लाइसेंसी लेना पड़ता है इनकी कौन सी ऐसी सेटिंग है जो ना ही इनको लाइसेंस लगता है और ना ही इनको किसी चीजों का डर रहता है या तो फैमिली ढाबा ही बोल लिया जाए या चलता फिरता शराबी अड्डा

होटल 5स्टार हो या ढाबा खाने का लाइसेंस कागज तो दोनों का एक ही रहता है फसाई लाइसेंस के नाम से जानते है तो शहर के होटल टाइम में बंद ओर आउटर का ढाबा का टाइम 2 बजे के बाद ये इंसाफ नहीं है तो कानून तो सभी के लिए एक है तो थाने के आगे फिर कई ऐसे ढाबे जंगल ढाबे जैसे संचालित हो रहे है इनपे क्यों नहीं कारवाही होती है और खाने के साथ बिना लाइसेंस के शराब भी पिला दिया जा रहा है ऐसे ही कुछ दिन पहले सरकंडा थाने के आगे शराब पिलाया जा रहा था तो उसपे तुरत एक्शन में कारवाही किया गया अब कोनी थाने के आगे शराब पिलाया जा रहा है फैमिली ढाबा बोलकर