
बिलासपुर/रतनपुर।
रतनपुर थाना क्षेत्र के खैरखुंडी गांव में शनिवार को एक ऐसारहस्यमयी सामने आया जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रखदिया। दोपहर के वक्त गांव के बाहर एक युवक खून से लथपथहालत में मिला। आनन–फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी – डॉक्टरों ने उसे मृत घोषितकर दिया।
मृत युवक की पहचान अजय केंवट (25) के रूप में हुई है। लेकिनअजय की मौत के बाद जो आरोप–प्रत्यारोप शुरू हुए, उसने पूरेमामले को रहस्य, शक और साजिश के जाल में उलझा दिया है।
मार–मार के जान ले ली मेरे बेटे की!” – परिजनों का फूटा गुस्सा
अजय की मौत के बाद परिजनों ने सीधे गांव के तीन युवकों परसंगीन आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि अजय मानसिक रूप सेकमजोर था और इसी का फायदा उठाकर तीनों ने उसे बेरहमी सेपीटा, लात–घूंसे और पत्थर से वार किया और अधमरी हालत मेंछोड़कर भाग गए।
परिजनों ने बताया कि अजय खुद का बचाव नहीं कर पाया।ग्रामीणों ने घटना को देखा, लेकिन किसी ने उसे बचाने की कोशिशनहीं की। जब तक जानकारी परिजनों तक पहुंची, अजय की सांसेंथम चुकी थीं।
सरपंच और ग्रामीणों ने दिया उल्टा बयान – “खुद ही पटक रहा थासिर“
इस सनसनीखेज आरोप के बीच गांव के सरपंच और कुछ ग्रामीणथाने पहुंचे और एक बिल्कुल ही उलटी कहानी सुनाई। उनकेमुताबिक, अजय मानसिक रूप से अस्वस्थ था और वह खुद हीपत्थरों पर सिर पटक रहा था।
ग्रामीणों ने कहा कि अजय पहले भी अजीब हरकतें करता था। कभीनालियों में बैठा रहता, तो कभी गोबर खाता दिखता था। उन्होंनेहत्या की किसी भी संभावना से साफ इनकार किया और इसे‘आत्म–घातक व्यवहार‘ बताया।
पुलिस के सामने दो अलग–अलग कहानियाँ – सच्चाई क्या है?
रतनपुर थाना प्रभारी नरेश चौहान ने बताया कि डायल 112 परसूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची थी। घायल अवस्था मेंअजय को अस्पताल लाया गया था, लेकिन उसने दम तोड़ दिया।
घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों के बयान एक–दूसरे सेबिल्कुल विपरीत हैं। ऐसे में अब सारा मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट परटिक गया है। रिपोर्ट से ही तय होगा कि अजय की मौत दुर्घटना थी, आत्मघात था या सुनियोजित हत्या।
अब क्या होगा? – गांव में तनाव, पुलिस सतर्क
इस घटना के बाद खैरखुंडी गांव में तनाव फैल गया है। परिजनन्याय की मांग कर रहे हैं, जबकि जिन युवकों पर आरोप है, वे खुदको निर्दोष बता रहे हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टमके लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने तक पूरे गांव में सस्पेंस बना हुआ है।