
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर शहर के हृदयस्थल महाराणा प्रताप चौक के समीप स्थित शराब दुकान के सामने दिनदहाड़े एक युवक ने चाकू की नोक पर लोगों को डराने-धमकाने की सनसनीखेज घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के CCTV फुटेज में स्पष्ट दिख रहा है कि एक युवक – जिसे स्थानीय लोग ‘ईशु’ के नाम से जानते हैं – खुलेआम चाकू लहराते हुए एक अन्य युवक से पैसों की मांग कर रहा है।

यह घटना ऐसे स्थान पर हुई है जहां सिविल लाइन थाना क्षेत्र की पेट्रोलिंग टीम रोजाना गश्त करती है। लेकिन आरोप हैं कि यह टीम अपराध रोकने के बजाय शराब दुकान के आसपास से अवैध वसूली में व्यस्त रहती है। स्थानीय व्यापारियों और रहवासियों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी केवल ‘दिखावे’ तक सिमट गई है, जबकि बदमाशों के हौसले आसमान छू रहे हैं।
परेशान जनता सवाल कर रही है कि अगर सीसीटीवी में सबकुछ साफ दिख रहा है, तो फिर पुलिस क्यों मौन है? क्या कानून व्यवस्था अब सिर्फ कैमरे की फुटेज में कैद होकर रह गई है? लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि यदि कोई इस तरह की घटनाओं का विरोध करता है, तो उल्टा उसे ही परेशान किया जाता है।
शहर में यह चर्चा गर्म है कि पुलिस का ध्यान आम लोगों की सुरक्षा से ज़्यादा, ‘सिस्टम’ चलाने पर है। ऐसी स्थिति में जनता का भरोसा कानून व्यवस्था पर कैसे कायम रहेगा?