

सिविल लाइन पुलिस की एक अजीबोगरीब कार्रवाई देखने को मिली है। जिसे लेकर पीड़ित ड्राइवर ने आइजी के पास शिकायत भी की है। दरअसल खैरागढ़ निवासी गुलशन राजपूत कुदुदंड में किराए के मकान में रहते हैं। ये पेशे से ड्राइवर है। गुलशन शनिवार की रात शराब लेने के लिए मंगला स्थित भट्ठी गया हुआ था। इसी दौरान एक व्यक्ति ने उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट से घायल ड्राइवर बेहोश हो गया। उसे जब होश आया तो मोबाइल और बाइक गायब थी। रात करीब दो बजे ड्राइवर को होश आया। वह किसी तरह सिविल लाइन थाने पहुंचा। रात को जवानों ने उसे घर भेज दिया, साथ ही दूसरे दिन थाने आकर शिकायत करने की बात कही। दूसरे दिन सुबह जब वे थाने पहुंचे तो जवान उसे शराब दुकान के पास लेकर गए। वहां पूछताछ के बाद पुलिस ने ड्राइवर के शिकायत पर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने का दबाव बनाया। इस पर मजबूर होकर ड्राइवर ने जवानों के कहे मुताबिक शिकायत दर्ज करा दी। बताया जा रहा कि उसकी बाइक पास में ही मिल गई है, लेकिन मोबाइल नहीं मिला है।

जिसके बाद ड्राइवर सीधे आइजी कार्यालय पहुंच गया। उसने पूरे मामले की शिकायत आइजी डॉ. संजीव शुक्ला से की है। घटना का सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद आइजी ने अधिकारियों को मामले की जांच करने कहा है। इस सम्बंध में सिटी एएसपी उमेश कश्यप ने बताया कि गुलशन अत्यधिक नशे में था और कुछ भी बोलने की हालत में नहीं था इसलिए पुलिस ने प्रथम दृष्टया उसकी शिकायत पर चोरी का अपराध दर्ज किया था हालांकि अब थाना सिविल लाइन में पीड़ित गुलशन की शिकायत पर पुनः मारपीट और लूटपाट की शिकायत दर्ज कर मामले को भी विवेचना में लिया गया है।
जिस तरह से पीड़ित ड्राइवर की शिकायत सुने बिना ही पीड़ित को थाने से चलता कर दिया गया, इसको लेकर थाना सिविल लाइन के जिम्मेदारों के कार्यशैली पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। हालांकि बाद में पीड़ित, आईजी की शरण मे पहुंचा जहां उसने आईजी को घटनाक्रम की सीसीटीवी फुटेज भी दिखाई। जब जाकर आईजी के फटकार के बाद थाना सिविल लाइन ने पुनः मारपीट और लूटपाट का मामला दर्ज कर आरोपियों की पता तलाश में जुट गई है।
Foundar pranjal Mukesh Anand
Reporter Sagar Patel