
जिसमें ट्रांसपोर्टर रोहित जायसवाल की निर्मम हत्या कर दी गई। इस वारदात के बाद इलाके में भारी तनाव फैल गया, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोयला खदान पर वर्चस्व को लेकर दो ट्रांसपोर्टरों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था, जो 29 मार्च को हिंसक झड़प में बदल गया।

इस दौरान हमलावरों ने ट्रांसपोर्टर रोहित जायसवाल पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल रोहित को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। गौरतलब है कि 30 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर दौरे पर रहेंगे। इससे ठीक पहले पाली में हुए इस हत्याकांड ने कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है।
शहर में आक्रोश, क्या पुरानी रंजिश को लेकर हुआ विवाद !
हत्या के बाद पाली शहर में आक्रोश फैल गया। मृतक के परिजनों और स्थानीय नागरिकों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोषियों को फांसी देने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि पुलिस को इस विवाद की जानकारी पहले से थी, लेकिन समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

इलाके में कड़ी सुरक्षा बढ़ाई…
हत्या के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।