
दुर्लभ बीमारी (CDH) से ग्रसित नवजात बच्ची को श्री शिशु भवन में मिला नवजीवन, माता–पिता ने हृदय से आभार जताया

बिलासपुर। मौत के मुहाने में पहुंच चुकी नवजात बच्ची को इलाज के बाद श्री शिशु भवन में नवजीवन मिला है।दरसल छतौना क्षेत्र हाई कोर्ट के पास रहने वाले दंपति दीपक यादव और नामेश्वरी यादव की नवजात बच्ची पूर्वी यादव का जन्म जिला अस्पताल में जो की एक दुर्लभ बीमारी से ग्रसित थी।गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे श्री शिशु भवन ईदगाह रोड मध्यनगरी चौक में उसे 17 फरवरी को लाया गया था, जहां तत्काल उसे भर्ती कर आविलंब इलाज शुरू कर दिया गया पूर्वी यादव की जांच के बाद पता चला कि उसे (CDH) बीमारी से ग्रसित है यह बीमारी में आंतों के विकास में विकृति जो कि पेट की जगह छाती में विकसित होना पाया गया

डॉ श्रीकांत गिरी ने बताया इस बीमारी में ठीक होने की संभावना 10 से 15 प्रतिशत ही होती है। इसके बाद श्री शिशु भवन के डॉक्टर श्रीकांत गिरी के साथ उनके सहयोगी डॉ अनुराग कुमार, डॉक्टर रवि द्विवेदी, डॉक्टर प्रणव अंधारे,डॉक्टर अभिमन्यू पाठक, डॉक्टर पवन और मेडिकल स्टाफ ने उपचार आरंभ कर बच्ची की सर्जरी की, उनके बेहतर उपचार का ही असर था कि डेढ़ माह माह में ही बच्ची ठीक हो गई अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है और अपने घर जाने को तैयार है उसकी विदाई से पहले श्री शिशु भवन के प्रबंधक नवल वर्मा सहित समस्त स्टाफ द्वारा उन्हें उपहार देते हुए उसके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की गई।
पूर्वी यादव के माता-पिता ने भी उनकी बेटी को नवजीवन देने के लिए श्री शिशु भवन के डॉक्टर श्रीकांत गिरी के प्रति हृदय से आभार जताया है जिन्होंने कहा कि वह बेटी की बचने की आश ही छोड़ चुके थे लेकिन श्री शिशु भवन के चिकित्सकों ने तो चमत्कार कर दिया जिनके कारण घर में खुशियां लौट आई।।