

बिलासपुर। सिम्स हॉस्पिटल में लगे 18 एसी के कोपर वायर को किसी ने चुरा कर ले गया था। कलेक्टर के सामने जब यह मामला आया तो वे अत्यंत नाराज हुए और इस लापरवाही के लिए कम हॉस्पिटल के बुंदेला सिक्योरिटी एजेंसी की लापरवाही मानते हुए उस पर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिए थे।
जिसके पश्चात सिम्स प्रशासन की ओर से डिप्टी एमएस डाॅ. विवेक शर्मा द्वारा इसकी रिपोर्ट सिटी कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी।
जिसकी रिपोर्ट पर सिटी कोतवाली थाने ने अपराध क्रमांक 219/2024 धारा 380 भादवि पंजीबद्ध कर थाना स्तर पर टीम गठित कर खोजबीन शुरू की।
इसी दौरान पुलिस को अपने मुखबिर से सूचना मिली कि किशन आडिल पिता स्व. दीलीप आडिले एवं प्रदीप कचेर पिता मोहन लाल कचेर पिता दोनो निवासी गुरूघासी दास मंदिर के पास थाना तारबाहर के द्वारा चोरी के ए.सी. कापर पाईप को मन्नू चौक स्थित गणेश मौर्य के कबाडी दुकान में बेचा जा रहा है।
मुखबिर के निशानदेही पर मन्नू चौक स्थित गणेश मौर्य के कबाडी दुकान में घेराबंदी कर आरोपियो को पकडा गया। आरोपी किशन आडिल एवं प्रदीप कचेर से ए.सी. कापर पाईप के संबंध मे पूछताछ करने पर शुरू में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की परंतु पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर सिम्स अस्पताल से ए.सी. पाईप को चोरी करना तथा ए.सी. कापर पाईप को गणेश मौर्य के कबाडी दुकान में बेचने की बात स्वीकार की गई ।
सिम्स हॉस्पिटल से चोरी किए गए ए.सी. कापर पाईप को कबाडी गणेश मौय के दुकान एवम आरोपी के घर से बरामद किया गया। आरोपियो को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
पुलिस द्वारा अपनी विवेचना में ये भी पता लगाया जा रहा है कि सिम्स के अन्य स्टाफ की इस मामले में कोई संलिप्तता तो नहीं है । यह बड़े आश्चर्य जनक बात लगती है कि इतने बड़े पैमाने में हॉस्पिटल से कोई एसी के कापर वायरो की चोरी कर ले गया और किसी को कानो कान भनक तक नही लगी।