

बिलासपुर। बिलासपुर जिले में तारबहार थाना अंतर्गत जगन्नाथ पैलेस के पास 24 व 25 नवंबर की दरम्यानी रात जानलेवा घटना, जिसमें 3 लोगों को गंभीर चोट आई थी। इसमें शामिल 5 आरोपियों को मुचलका में छोड़ दिया गया है। सूत्रों की माने तो मोटी रकम भी लेनदेन की बात भी सामने आई है।

यह है पूरा मामला
तारबाहर थाना क्षेत्र में 24 व 25 नवंबर की दरम्यानी रात शादी के कार्यक्रम में प्रार्थी से उदित कश्यप, गुन्नी कश्यप, ओम सोनी, बव्वन कश्यप, निवासी तेलीपारा और कुश कश्यप, निवासी लिंगियाडीह, ने रॉड व टंगिया से जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें मनीष गुप्ता, शैलेश कश्यप और अभिनव सोनी गंभीर रूप से घायल हो गए। गंभीर घायलों को तत्काल सिम्स हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां मनीष गुप्ता उर्फ नंदु को 30 टांकें लगे और नाक की हड्डी भी टूट गई है व शैलेश कश्यप को 7 टांका लगा, वहीं अभिनव सोनी को 9 टांका लगा और पूरे शरीर में रॉड के निशान उपके हुए थे। इसके बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई। फिर 11 दिन बाद आरोपियों की गिरफ्तारी तो की गई, लेकिन उन्हें 7 घंटे थाने में बैठने बाद मुचलका में आरोपियों को छोड़ दिया गया।
लेनदेन की बात आई सामने!
सूत्रों की माने तो TI ने आरोपियों को लेनदेन करके छोड़ दिया है। आरोप यह भी है कि आत्मघाती हमला करने के बाद TI ने आरोपियों को मुचलके में ही कैसे छोड़ दिया ? जबकि तीनों घायलों को कुल मिलाकर 46 टांके लगे थे। फिर भी घटना को TI ने मामले को हल्के में लेकर आरोपियों को 11 दिन बाद गिरफ्तार किया।
मामले को दबाने की कोशिश ! सूत्र बड़े लोग का था दबाव…
घटना में 5 गिरफ्तार किए गए आरोपियों को 7 घंटे बैठने के बाद छोड़ दिया गया। इसके बाद प्रेस नोट भी जारी नहीं किया गया। बताया जा रहा है कि घटना के बाद बड़े-बड़े अफसरों और लोगों का दखल होने लगा था। साथ ही बताया गया कि बड़े लोगों के दबाव की वजह से इस केस को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।