


बिलासपुर शहर में अपराधी किस कदर बेखौफ हो चुके हैं, इसका ताजा उदाहरण सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में देखने को मिला। थाना से महज़ कुछ कदम की दूरी पर एक आरक्षक पर जानलेवा हमला किया गया और इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो देखकर हर कोई कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। यह घटना शहर के सदर बाजार इलाके की है, जहां ड्यूटी पर तैनात आरक्षक सतीश कुमार लोधी अपनी ड्यूटी पूरी कर गोलबाजार की ओर निकल रहे थे। उसी दौरान कुछ युवक बाइक से तेज रफ्तार और लहराते हुए वहां से निकले। आरक्षक ने उन्हें समझाइश दी कि बाइक आराम से चलाएं, लेकिन यह बात बदमाश युवकों को नागवार गुज़री।जैसे ही आरक्षक ने बाइक सवारों को टोका, वैसे ही वे आपा खो बैठे। कथित रूप से रंगबाज प्रवृत्ति के इन युवकों ने पहले आरक्षक से गाली-गलौच की और फिर देखते ही देखते 5 से 6 युवक उस पर टूट पड़े। उन बदमाशों ने दौड़ा-दौड़ाकर आरक्षक की बेरहमी से पिटाई कर दी। इतना ही नहीं, उसके सिर पर किसी भारी चीज से हमला कर दिया गया, जिससे आरक्षक लहूलुहान होकर ज़मीन पर गिर पड़ा।आरक्षक सतीश लोधी फिलहाल जिला न्यायालय में पदस्थ हैं और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
यह घटना केवल एक पुलिसकर्मी पर हमला नहीं है, बल्कि यह पूरे सिस्टम पर हमला है। शहर में आम आदमी की सुरक्षा तो छोड़िए, अब खुद कानून के रक्षक भी सुरक्षित नहीं हैं।सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने पुलिस की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग पूछ रहे हैं कि जब पुलिस खुद को नहीं बचा पा रही तो आम आदमी कैसे सुरक्षित महसूस करेगा? घटना के बाद से शहर में दहशत का माहौल है और लोग पुलिस प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह द्वारा ‘मिशन सिक्योर सिटी’ की शुरुआत तो की गई, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। शहर में गश्त और निगरानी को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, मगर अपराधी पुलिस के सामने ही गुंडागर्दी कर रहे हैं। इससे जाहिर है कि थाना स्तर पर अधिकारियों द्वारा निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।यह घटना उन सभी अपराधियों के लिए एक संदेश बननी चाहिए कि चाहे वे कितने भी दबंग क्यों न हों, कानून का हाथ लंबा होता है। सवाल यह है कि क्या पुलिस प्रशासन इन बदमाशों को जल्द गिरफ्तार कर सकेंगे या फिर मामला किसी दबाव में आकर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा और सिक्योर सिटी सिर्फ एक नारा बनकर रह जाएगा।