
बिलासपुर, छत्तीसगढ़। शहर में नशे की लत अब सीधे लोगों की ज़िंदगियों पर हमला करने लगी है। बीती रात सरकंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत बहतराई रोड स्थित निखिल आश्रम अटल आवास ब्लॉक डी में दो नशेड़ियों ने तीन गरीब परिवारों की चार मोटर साइकिलों को आग के हवाले कर दिया। पीड़ित परिवार उस वक्त शादी समारोह में बाहर गया हुआ था, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए समीर महरोलिया और सन्नी निषाद नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी अटल आवास के ही अन्य ब्लॉक में रहते हैं। पुलिस पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
घटना की वजह बनी ‘ना’ सुनने की आदत
पीड़ित अनिल दास मानिकपुरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि दिनांक 21 अप्रैल को आरोपी समीर और सन्नी छत पर शराब पी रहे थे, जिसे रोकने पर अनिल और उसकी पत्नी ने आपत्ति जताई। इसी बात से नाराज़ होकर, दोनों ने 22 अप्रैल की रात बदला लेने के इरादे से चार स्कूटियों और एक घर के दरवाजे में आग लगा दी।
आरोपियों ने कबूल किया कि वे नशे में धुत थे और गुस्से में आकर उन्होंने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सवालों के घेरे में शहर की सुरक्षा
क्या नशे के खिलाफ चल रही योजनाएं पर्याप्त हैं?
क्या समाज के गरीब तबके की सुरक्षा अब भगवान भरोसे है?
गरीबों की मेहनत और आत्मनिर्भर बनने की कोशिश यूं ही राख होती रहेगी?

पीड़ितों के लिए राहत कब?
गौर करने वाली बात यह भी है कि पीड़ित परिवारों ने कर्ज लेकर किश्तों में गाड़ियां खरीदी थीं। अब जब उनकी मेहनत जलकर राख हो गई है, तो सवाल यह भी उठता है कि क्या शासन या प्रशासन से उन्हें किसी तरह की सहायता मिलेगी?
पुलिस की कार्रवाई
सरकंडा पुलिस ने तेजी दिखाते हुए दोनों आरोपियों को दबोच लिया है और उनके खिलाफ आगजनी, शांति भंग और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। लेकिन यह कार्रवाई आने वाले मामलों को रोकने में कितनी प्रभावी होगी, यह आने वाला वक्त बताएगा।